कर्मचारी स्वयंसेवा के माध्यम से सामाजिक उत्तरदायित्व की साझी भावना को बढ़ावा देते हुए समुदाय के दिलों से जुड़ना
वेदांता बालको में हम कर्मचारी स्वयंसेवा की संस्कृति को प्रोत्साहित करने में विश्वास रखते हैं और इसे अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल का अभिन्न हिस्सा मानते हैं। कर्मचारियों को समुदाय से जोड़कर हम साझी ज़िम्मेदारी और समूहगत विकास की भावना को बढ़ावा देना चाहते हैं। वर्ष भर में हम विभिन्न सार्थक गतिविधियों का आयोजन करते हैं, जिनके माध्यम से कर्मचारी अपने समय और कौशल का उपयोग कर स्थानीय ज़रूरतों को पूरा करने में योगदान देते हैं। यह समाज के लिए लाभकारी होने के साख कर्मचारियों में समर्पण, सामाजिक जुड़ाव, और सकारात्मक कार्यसंस्कृति को भी सुदृढ़ करता है।
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कर्मचारियों ने सेवा कार्य किया
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बिज़नेस पार्टनर्स
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से अधिक मानव-घंटों का योगदान

सामूहिक प्रयास
इस वर्ष 508 कर्मचारियों और 427 बिज़नेस पार्टनर्स ने स्वयंसेवक के रूप में सक्रिय भागीदारी निभाई और सामूहिक रूप से 410 से अधिक मानव-घंटों का योगदान दिया।
इनके द्वारा की गई कुछ प्रमुख और प्रभावशाली पहलें इस प्रकार रही:

विश ट्री पहल
आस-पास के समुदाय के बच्चों को खिलौने भेंट कर उनकी इच्छाओं को पूरा करना।

मार्गदर्शन
‘प्रोजेक्ट कनेक्ट’ कार्यक्रम के तहत छात्रों को विभिन्न विषयों में ट्यूटरिंग और मार्गदर्शन प्रदान करना।

वैल्यू एडेड मॉड्यूल्स
वेदांता स्किल स्कूल में सॉफ्ट स्किल्स (सामान्य कौशल) विकास हेतु विभिन्न प्रशिक्षण सत्रं का आयोजन।

रक्तदान अभियान
जिला और राज्य स्तर पर एक ही दिन में सर्वाधिक रक्तदान का कीर्तिमान स्थापित करना।

लेट्स डू रोपाई
किसानों को धान की रोपाई में सहयोग प्रदान करना।

पुनरुद्धार अभियान
दोंदरो गांव में चेक डैम और सामुदायिक तालाब के जीर्णोद्धार में सहभागिता।

स्वच्छता अभियान
परसाखोला गांव में जल स्रोत स्थल पर सफाई कार्यों में भागीदारी।

साइंस मित्र
सरकारी स्कूल के छात्रों को विज्ञान मॉडल तैयार करने और प्रस्तुत करने में मार्गदर्शन देना।

निक्षय मित्र
टीबी उपचाराधीन रोगियों को छह माह की अवधि में पोषक आहार हेतु वित्तीय सहयोग प्रदान करना।

शिक्षा सहयोगी
स्कूल छोड़ चुके बच्चों को दोबारा स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।

एबल माइंड्स, एबल हार्ट्स
कला और कहानी कहने जैसी गतिविधियों के माध्यम से दिव्यांगजन से जुड़ाव स्थापित करना।
इन पहल के माध्यम से कर्मचारियों और समुदाय के बीच जुड़ाव को सशक्त बनाया गया है। यह साझेदारी सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाती है तथा सामूहिक प्रयासों के ज़रिए समाज में सकारात्मक और दीर्घकालिक बदलाव की नींव भी रखती है।