Ham Abstract

भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको)

एल्यूमिनियम सदन, कोर – 6, स्कोप कार्यालय परिसर, लोदी रोड, नई दिल्ली – 110003

अभिगम्यता समायोजन

सामग्री समायोजन

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Ham Abstract

सुलभ, समावेशी और विशेष स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से जीवन में बदलाव

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जीवन तक पहुंच

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कुपोषित बच्चों का इलाज

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लोग मोबाइल हेल्थ वैन के माध्यम से लाभान्वित

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कैंसर रोगियों का इलाज

Health, Water and Sanitation
आरोग्य

स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाना

यह परियोजना वर्तमान में सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन, रूरल एंड ट्राइबल (श्रोत) के सहयोग से संचालित की जा रही है।

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य हमारी पहल का एक प्रमुख क्षेत्र है। हम बच्चों में कुपोषण की पहचान कर समय पर हस्तक्षेप के माध्यम से इसे कम करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत पॉज़िटिव डिवियंस (PD) हेर्थ सत्र और पोषण पुनर्वास केंद्रों (एनआरसी) को रेफरल जैसी रणनीतियाँ अपनाई गई हैं। इसके अलावा माताओं को टेक होम राशन (टीएचआर) से पौष्टिक भोजन तैयार करने के तरीके सिखाए गए और आंगनवाड़ी केंद्रों व घरों में पोषण वाटिकाएं विकसित की गईं। वित्त वर्ष 2023-24 में 3,000 से अधिक माताओं को बेहतर देखभाल के तरीके सिखाए गए और 900 से अधिक कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार लाया गया, जिनमें से बड़ी संख्या अब कुपोषण की श्रेणी से बाहर आ चुकी है।

भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) द्वारा संचालित आरोग्य परियोजना के अंतर्गत समुदाय में पोषण जागरूकता हेतु ‘पोषण टॉक्स’ वीडियो सीरीज प्रस्तुत है।

एनीमिया उन्मूलन हमारी स्वास्थ्य पहल का महत्वपूर्ण घटक है, विशेष रूप से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए। एनीमिया जांच और लक्षित सुधार शिविरों के माध्यम से 1,148 माताओं को आयरन युक्त आहार और आयरन फोलिक एसिड के नियमित सेवन के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही, फॉलो-अप होम विज़िट्स के माध्यम से सुधार की निरंतरता सुनिश्चित की जा रही है, जिससे सुरक्षित गर्भधारण और स्वस्थ प्रसव को प्रोत्साहन मिल रहा है। साथ ही ‘नवा पहूना गोठ’ पहल के अंतर्गत नवविवाहित जोड़ों को परिवार नियोजन और गर्भधारण पूर्व देखभाल पर केंद्रित परामर्श प्रदान किया गया है।

हमारी व्यापक एचआईवी और टीबी जागरूकता अभियान ने ग्रामीण समुदायों पर गहरा प्रभाव डाला है। कैनोपी शिविरों, काउंसलिंग सत्र और जन जागरूकता अभियान के माध्यम से हमने युवाओं को चेंजमेकर्स के रूप में प्रशिक्षित किया, जो सहकर्मी आधारित शिक्षा को बढ़ावा देते हैं। वर्ष भर हमारी गतिविधियों ने विभिन्न समुदायों में 26,000 से अधिक लोगों तक पहुंच बनाई। इसके अतिरिक्त हमने फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीबी की पहचान और उपचार के बारे में समुदाय को शिक्षित करने के लिए प्रशिक्षित किया, जिससे 600 से अधिक समुदाय के सदस्यों में जागरूकता बढ़ी। ‘निक्षय मित्र’ पहल के तहत हमने 56 आस-पास के गांवों में टीबी रोगियों के पोषण को समर्थन दिया जिससे उनके उपचार में महत्वपूर्ण मदद मिली।

नशा उन्मूलन की दिशा में हमने स्कूल और समुदाय में नशामुक्ति शिविर का आयोजन किया,, जिनके माध्यम से 1,000 से अधिक युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक किया गया। इसके साथ ही 8 एक्शन ग्रुप का गठन किया गया है, जिनमें स्थानीय स्वास्थ्य संस्थाएं और स्व-सहायता समूह शामिल हैं, जो सामूहिक प्रयास से नशामुक्त समाज के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।

बैहतर और दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणामों के लिए हमने महिला आरोग्य समितियों और ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों को पुनः सक्रिय कर उन्हें सशक्त बनाया है। इन प्रयासों के अंतर्गत 600 से अधिक पंचायती राज प्रतिनिधियों और स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित एवं जोड़कर सामुदायिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत किया गया है।

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लोगों तक पहुंच

सक्रिय स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता के माध्यम से समुदायों को सशक्त बना रहे हैं

ओपीडी उपचार

दूरदराज़ क्षेत्रों में भी हर मरीज को प्रभावी देखभाल प्रदान करना।

कुपोषण मामलों का समाधान

लक्ष्य आधारित हस्तक्षेप कुपोषित बच्चों को राहत

माताओं को प्रशिक्षित किया गया

मातृ एनीमिया को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया।

मोबाइल हेल्थ वैन

उपचार आपके द्वार

मोबाइल स्वास्थ्य वैन (एमएचवी) के माध्यम से हम ज़रूरतमंदों तक आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं सीधे उनके द्वार पर पहुँचा रहे हैं। यह पहल पास के समुदाय में पंद्रह दिवसीय दौरे स्वास्थ्य शिविरों और विशेषज्ञ परामर्श सेवाओं के ज़रिए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच, उपलब्धता और वहन क्षमता से जुड़ी चुनौतियों का समाधान कर रही है।

वित्त वर्ष 2024 में नियमित सेवाओं, विशेष परामर्श और मल्टीस्पेशलिटी शिविरों के माध्यम से 15,599 से अधिक लोगों को लाभ मिला। इस वर्ष एक और मोबाइल स्वास्थ्य वैन की शुरुआत के साथ हमने अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए 70 से अधिक गांवों तक अपनी पहुंच सुनिश्चित की है।

विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से हम मल्टीस्पेशलिटी मेगा हेल्थ कैंप्स का आयोजन करते हैं, जिनमें आर्थोपेडिक, डेंटल, ईएनटी, बाल रोग, स्त्री रोग, फिजियोथेरेपी जैसी सेवाओं के साथ-साथ रक्तचाप एवं शुगर की जांच की सुविधाएं शामिल होती हैं। साथ ही कैंसर से बचाव, टीकाकरण, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जाते हैं जिससे समुदाय बेहतर स्वास्थ्य निर्णय लेने के लिए जागरूक और सशक्त बन सके।

वरिष्ठ नागरिकों और विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से, हमने सहायक उपकरण वितरण अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य उनकी गतिशीलता को बेहतर बनाना और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है। पहले चरण में 34 व्यक्तियों को वॉकिंग स्टिक, ट्राइपॉड, क्रच, वॉकर और व्हीलचेयर जैसे सहायक उपकरण प्रदान किए गए।

सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की दिशा में एक सक्रिय पहल के तहत हम मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रशिक्षण सत्र का आयोजन करते हैं। सत्र के माध्यम से समुदाय-आधारित स्वयंसेवकों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान करने और प्राथमिक स्तर पर सुधार करने में सक्षम बनाया जाता है।

यह कार्यक्रम हेल्पएज इंडिया के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है।

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लाभान्वित लोग

स्वास्थ्य सेवाओं से

गांव तक पहुंच

दो मोबाइल वैन के माध्यम से

सहायक उपकरण

वितरित किए गए

सामुदायिक स्वयंसेवक

मानसिक स्वास्थ्य में प्रशिक्षित

नयी किरण

माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन

यह पहल सार्थक जन विकास संस्थान (एसजेवीएस) के से सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है।

माहवारी स्वास्थ्य हमारे समाज में अक्सर नज़रअंदाज़ किया जाता है और इसके बारे में कई भ्रांतियाँ प्रचलित हैं। हालांकि, इसे सही तरीके से संबोधित करना महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ‘नयी किरण’ परियोजना का उद्देश्य माहवारी से जुड़ी भ्रांतियों को समाप्त करना, स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देना और माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन (एमएचएम) के विभिन्न विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसके अलावा, यह पहल स्कूलों और समुदायों में एमएचएम-अनुकूल वातावरण तैयार करने पर भी ध्यान केंद्रित करती है जिससे सभी के लिए सुरक्षित स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके।

वित्त वर्ष 2024 के दौरान इस परियोजना ने जागरूकता अभियान और क्षमता निर्माण गतिविधियों के माध्यम से 57,000 से अधिक व्यक्तियों तक पहुँच बनाई, जिनमें महिलाएं, पुरुष और किशोरियाँ शामिल हैं। इस परियोजना ने कोरबा जिले के सभी पांच ब्लॉकों में अपनी पहुँच का विस्तार सफलतापूर्वक किया।

स्कूलों में एमएचएम-अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए हमने कोरबा जिले के 60 सरकारी, उच्चतर माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन पर सत्र आयोजित किए। इस पहल ने 14,000 से अधिक किशोरों को जागरूक तथा 70 से अधिक शिक्षकों को ‘एमएचएम साथी’ के रूप में प्रशिक्षित किया गया जिससे स्कूलों में एक सहायक और जानकारीपूर्ण वातावरण तैयार किया जा सके।

हमने 90 से अधिक दिव्यांग किशोरों और देखभाल करने वालों के लिए विशेष माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन (एमएचएम) सत्र और कार्यशालाएँ आयोजित की। साथ ही हमने ब्रेल और टेराकोटा मॉड्यूल विकसित किए जिससे जानकारी की पहुँच सुनिश्चित हो सके और निरंतर शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सके। हमने विशेष रूप से सक्षम प्रतिभागियों के साथ पहले रियूज़ेबल कपड़े के पैड सिलाई कार्यशाला का आयोजन किया, जो सुरक्षित माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन विकल्प प्रदान करने, निर्भरता को कम करने और समावेशिता को बढ़ावा देने में मदद करता है।

स्थायी और किफायती माहवारी स्वच्छता समाधान प्रदान करने के लिए हमने सूचित चुनावों और पर्यावरण मित्र विकल्पों जैसे कि रियूज़ेबल कपड़े के पैड के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। ‘स्टीच माय ओन पैड कैम्पेन’ के माध्यम से हमने 3,000 से अधिक महिलाओं, किशोरियों, शिक्षकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को रियूज़ेबल कपड़े के पैड के फायदों और उनके स्वच्छ उपयोग के बारे में प्रशिक्षित किया। इसके अतिरिक्त हमने 1,300 से अधिक लड़कों को भी प्रशिक्षित किया जिससे माहवारी स्वास्थ्य के लिए एक समावेशी और सहायक वातावरण को बढ़ावा दिया जा सके।

समुदाय की स्वच्छता और सैनिटेशन को बढ़ावा देना एक स्वस्थ वातावरण के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमने नगरपालिका निगम विभाग के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान (स्वच्छता महोत्सव) का आयोजन किया, जिसमें 3,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें किशोरियाँ, लड़के, महिलाएं, शिक्षक, पंचायत सदस्य और स्थानीय निवासी शामिल थे। इन अभियानों का उद्देश्य स्थायी कचरा प्रबंधन को बढ़ावा देना और स्वच्छता पहलों के प्रति समुदाय की जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करना था।

स्थायी और प्रभावी बदलाव सुनिश्चित करने के लिए, हमने 200 से अधिक फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं (आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा) को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया। इन प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं ने 2,000 से अधिक किशोरियों और महिलाओं तक अपनी पहुंच बनाई और समुदायों में सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन को प्रोत्साहित किया। इस पहल ने बदलाव को जड़ों तक पहुँचाने और उसे स्थिर बनाने का कार्य किया।

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लोगों तक पहुंच

माहवारी से जुड़ी कुप्रथाओं एवं भ्रातियों को खत्म करने के लिए समुदाय को जागरूक किया

स्कूल तक पहुंच

कोरबा ज़िले के सरकारी विद्यालयों में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन (एमएचएम)पर जागरूकता सत्र का आयोजन

पुन: उपयोगी पैड प्रशिक्षण

महिलाओं और लड़कियों को माहवारी स्वच्छता समाधान से सशक्त बनाना

फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण

माहवारी स्वास्थ्य जागरूकता के लिए स्थानीय नेतृत्वकर्ताओं को सशक्त बनाना

बालको मेडिकल सेंटर

उन्नत कैंसर देखभाल प्रदान कर, उपचार की पहुंच को हर क्षेत्र तक बढ़ाना

बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी), छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में स्थित एक अत्याधुनिक 170 बिस्तर वाला कैंसर अस्पताल है, जो वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन (वीएमआरएफ) द्वारा संचालित किया जाता है। बीएमसी अपनी उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाओं और विशेषज्ञता के कारण ऑन्कोलॉजी क्षेत्र में एक प्रमुख राष्ट्रीय केंद्र के रूप में उभर रहा है। इसे उन्नत विकिरण चिकित्सा, ब्रैकीथेरेपी, नाभिकीय चिकित्सा, सर्जरी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, रक्त संबंधी विकारों का उपचार, प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी, दर्द प्रबंधन और पैलीटिव देखभाल के लिए प्रमुख रेफरल केंद्र के रूप में पहचाना गया है। अस्पताल मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, और शारीरिक चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ रोगियों की भावनात्मक भलाई के लिए सहायता समूह के माध्यम से समग्र देखभाल भी प्रदान करता है।

हालांकि बीएमसी नया रायपुर में स्थित है, यह कैंसर उपचार के लिए एक प्रमुख केंद्र बन गया है, जो पड़ोसी राज्यों जैसे कि ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से भी मरीजों को आकर्षित करता है। वित्तीय वर्ष 2024 के दौरान, अस्पताल ने 11,375 मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की।

बीएमसी ने रायपुर शहर के मध्य में एक आधुनिक डे-केयर कीमोथेरेपी सेंटर की स्थापना की है, जिससे मरीजों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और उपचार में देरी नहीं होगी। यह सुविधा मरीजों को उनके घर के नजदीक ही कीमोथेरेपी उपलब्ध कराती है, जिससे समय और संसाधनों की बचत होती है।

अस्पताल ने एक मोबाइल कैंसर जांच वैन की भी शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य कैंसर की समय पर पहचान कर बेहतर उपचार परिणाम सुनिश्चित करना है। यह वैन ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच कर लोगों को मुफ्त जांच और परामर्श प्रदान करती है।

इसके अतिरिक्त यह केंद्र विभिन्न स्वास्थ्य शिविर, जनजागरूकता कार्यक्रम, जांच सेवाएं तथा सरकारी योजनाओं के सहयोग से सभी के लिए सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है।

बीएमसी ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का विस्तार कर अब इसे 5 बेड तक कर दिया गया है, जिससे अधिक मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल उपलब्ध कराई जा सके। मरीजों की सुरक्षा और उपचार की मानक प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए इस इकाई में कड़े गुणवत्ता नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है।

एंडोस्कोपी सुइट का शुभारंभ किया गया है, जिसमें एंडोस्कोपी, ब्रोंकोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी और ईआरसीपी जैसी सभी प्रमुख जांच सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस आधुनिक सुइट की स्थापना का उद्देश्य मरीजों को एक ही छत के नीचे समग्र व सुविधाजनक डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रदान करना है, जिससे समय की बचत हो और उपचार प्रक्रिया अधिक प्रभावी हो सके।

बीेएमसी ने 45 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया, जिसमें 3,800 से अधिक लोगों को परामर्श, स्वास्थ्य जांच और जनजागरूकता कार्यक्रमों का लाभ मिला। इनमें से 416 महिलाओं की मैमोग्राफी की गई और 265 महिलाओं का पैप स्मीयर परीक्षण किया गया, ताकि बीमारियों की प्रारंभिक अवस्था में पहचान कर समय पर उपचार सुनिश्चित किया जा सके।

मरीजों और उनके सहयोगियों के लिए अस्पताल परिसर में ₹25 प्रतिदिन पर किफायती और सुरक्षित आवास की सुविधा। यह पहल यात्रा से जुड़े जोखिमों को कम करती है और संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करती है। अब तक 27,000 से अधिक व्यक्ति इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।

रोगियों के उपचार में पोषण की भूमिका को समझते हुए, बीएससी ने कीमोथेरेपी प्राप्त कर रहे सभी मरीजों को स्वस्थ पुनःस्वस्थ होने में सहयोग देने के लिए लगभग 5,600 बार उच्च प्रोटीन युक्त आहार वितरित किया। इसमें बादाम, खजूर, केले, मल्टी-मिलेट न्यूट्री बार और थ्रेप्टिन बिस्किट जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ शामिल थे।

मरीजों की अस्पताल तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बीेएमसी द्वारा 25 सीटर वाहन के माध्यम से निःशुल्क परिवहन सेवा प्रदान की जाती है। यह सेवा दिन में तीन बार संचालित होती है और अब तक 7,800 से अधिक मरीजों व उनके परिजनों को अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या सुख सराय तक पहुँचाने में सहायक रही है।

‘समर्थ’ एक समर्पित सहायता समूह है, जिसका उद्देश्य कैंसर मरीजों के बीच सामुदायिक समर्थन को बढ़ावा देना और स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना है, ताकि समय पर निदान और बेहतर रिकवरी संभव हो सके। इस समूह द्वारा हर महीने ऑफलाइन और ऑनलाइन सत्र आयोजित किए जाते हैं, जो मरीजों के लिए एक मजबूत और सहायक नेटवर्क तैयार करते हैं।

 

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वित्तवर्ष 2024 में उपचारित मरीज

कई राज्यों के हज़ारों लोगों को बेहतर कैंसर उपचार सेवाएं प्रदान की गईं।

मरीजों को उच्च प्रोटीन भोजन देकर

पोषण आधारित सहायता के माध्यम से रिकवरी को बढ़ावा दिया गया।

स्वास्थ्य शिविर लाभार्थी

जागरूकता, जांच और परामर्श के माध्यम से समुदाय तक पहुंच।

सुख सराय लाभार्थी

मरीजों और देखभाल करने वालों के लिए किफायती आवास सुविधा प्रदान करना।

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बालको बड्डी